बिहार में खुलेंगे राज्य सैनिक कल्याण निगम , वीर जवानों व आश्रितों के कल्याण के लिए नई पहल
बिहार राज्य सैनिक कल्याण निगम का उद्देश्य भूतपूर्व सैनिकों, वीर नारियों और शहीद परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करना है।
क्या होगा निगम का मुख्य कार्य:
पुनर्वास और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना , सैनिकों के बच्चों के लिए शिक्षा सहायता ,स्वास्थ्य सेवाएं और पेंशन योजनाएं , सुरक्षा एजेंसियों और निजी क्षेत्र में प्लेसमेंट इत्यादि है।
बिहार सैनिक कल्याण निदेशालय के अधीन अगले दो माह में सैनिक कल्याण निगम की स्थापना की जाएगी।
गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि 12 और जिलों में सैनिक कल्याण केंद्र खुलेंगे। सैनिक कल्याण निदेशालय ने वीरांगनाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए सिलाई प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जिसमें सिलाई मशीनें और प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
इसके अलावा राज्य के एक दर्जन अन्य जिलों में सैनिक कल्याण केंद्रों की भी स्थापना की जाएगी। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने शुक्रवार को बलिदानी सैनिकों के आश्रितों के लिए आयोजित कार्यक्रम में यह जानकारी दी।
सैनिक कल्याण निदेशालय के द्वारा राज्य में पहली बार वीरांगनाओं और पूर्व सैनिकों की आश्रित पत्नी व बेटियों को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से दस दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
इसमें 20 वीरांगनाओं के बीच स्वचालित सिलाई मशीन और सिलाई प्रशिक्षण से संबंधित प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।
राजधानी के अल्बर्ट एक्का भवन में आयोजित कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव ने सैनिक कल्याण निदेशालय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व फौजियों और उनके आश्रितों के लिए सैनिक कल्याण निगम की स्थापना कर दी जाएगी।
इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशन में काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल बिहार के केवल 13 जिलों में ही जिला सैनिक कल्याण केंद्र कार्यरत हैं। राज्य के 12 अन्य जिलों में जल्द ही इसकी स्थापना की जा रही है।
सरकार की भूमिका:
बिहार सरकार ने सैनिक कल्याण के बजट में 20% की वृद्धि की है और हर ज़िले में सैनिक सहायता केंद्र खोलने की योजना बनाई है।
जनता की प्रतिक्रिया:
शहीद सूबेदार महेश सिंह के पुत्र राहुल सिंह ने बताया, "सरकार की मदद से हमें सम्मान के साथ जीवन जीने का अवसर मिला है। सैनिक कल्याण निगम ने हमारी मुश्किल घड़ी में साथ दिया।