जानें लता मंगेशकर का डूंगरपुर प्रेम:- हरे कृष्ण प्रकाश/गिरीश जी पानेरी/प्रवीण पण्ड्या
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। देशभर में लोग कहीं उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी रहे हैं तो कहीं कविताओं के माध्यम से तो कहीं उनसे जुड़ी कई तथ्यों को स्मरण कर स्वर की देवी लता मंगेशकर को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
लता मंगेशकर का लगवा यू तो देश के हर क्षत्रों से रहा है परन्तु राजस्थान के डूंगरपुर से अत्यधिक आत्मिक लगाव रहा।
इसी क्रम में आइये जानते हैं लता मंगेशकर का डूंगरपुर से लगाव की बातें । साहित्य आजकल के संस्थापक हरे कृष्ण प्रकाश के साथ हुई राजस्थान डूंगरपुर के साहित्यकारों से खास बातचीत।
हरे कृष्ण प्रकाश से हुई खास बातचीत में डूंगरपुर के वरिष्ठ साहित्यकार सह भारत विकास परिषद के जनरल सेक्रेट्री गिरीश जी पानेरी ने कहा कि संगीत के सुरों की सम्राट आ0 लता मंगेशकर जी का दिनांक 06/02/2022 रविवार को स्वर्गवास होना, भारत देश ही नहीं विश्व भर में एक बड़ी क्षति हुई है।
वहीं लता जी का डूंगरपुर से लगाव के विषय में कहा कि डूंगरपुर शहर राजस्थान का एक छोटा जिला है, लेकिन संगीत सुर में लता जी का डूंगरपुर के मंच पर कई बार आना हुआ है जिससे यहाँ लता जी की एक विशेष छवि रही है और यहाँ के लोगों से विशेष आत्मिक सम्बंध रहा है। डूंगरपुर जिला के घटकों की दिल में लता जी के लिए आत्मिक प्यार रहा है साथ ही भावनात्मक व स्नेहिल व्यवहार के लिए यहां डूंगरपुर जिले में कई मंचों पर आने की वजह से उनके व्यक्तित्व को लोग भुला नहीं पाएंगे। हम भाव पूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
डूंगरपुर के साहित्यकार एवं फिल्म नायक प्रवीण पंड्या से हुई खास बातचीत में उन्होंने कहा कि यू तो लता मंगेशकर का जन्म इंदौर में हुआ था परन्तु वह कम उम्र में ही मुम्बई चली गई थीं। लता जी का डूंगरपुर से लगाव के विषय में उन्होंने कम शब्दों में ही कहा कि लता मंगेशकर का डूंगरपुर के लोगों से गहरा लगाव था। उन्होंने कहा कि इसलिए डूंगरपुर से लता मंगेशकर का आत्मिक सम्बंध रहा है।अंततः हरे कृष्ण प्रकाश के साथ दोनों साहित्यकारों ने लता मंगेशकर को स्मरण कर अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।