6/15/25

पूर्णिया कॉलेज सभागार में "समय के रंग " पुस्तक पर परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी हुई आयोजित


पूर्णिया कॉलेज सभागार में "समय के रंग " पुस्तक पर परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी हुई आयोजित! कवियों ने दी बेहतरीन प्रस्तुति 


  Sahitya Aajkal News -    पूर्णियां कॉलेज सभागार में आज कवि रंजित तिवारी की प्रथम कविता - संग्रह " समय के रंग " पर पुस्तक - परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी चटकधाम साहित्यिक चौपाल , रचनाकार प्रकाशन और पूर्णियां कॉलेज के संयुक्त तत्त्वाधान में आयोजित की गई । आमंत्रित अतिथियों का स्वागत सम्मान, दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात कवयित्री अंजू दास गीतांजलि द्वारा सरस्वती वंदना पाठ के साथ ही कार्यक्रम की शुरुआत हुई । कार्यकम दो सत्र में संपन्न हुआ, प्रथम सत्र पुस्तक परिचर्चा एवं द्वितीय सत्र काव्य- गोष्ठी रही ।


अध्यक्षता क्रमशः श्री विजय नंदन प्रसाद (सेवानिवृत निदेशक आकाशवाणी पूर्णिया ) और डॉ प्रो शंभु कुशाग्र जी कर रहे थे ।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री निखिल रंजन (प्राचार्य विद्या विहार रेजिडेंशियल स्कूल , परोरा ,पूर्णिया) उपस्थित रहे। मंच संचालन क्रमशः युवा शायर शम्स तबरेज सालेहपुरी (फलका ,कटिहार ) एवं गोविंद जी (वरिष्ठ रंगकर्मी ) ने किया ।  



कविता- संग्रह में संग्रहित कविताओं पर श्री राम नरेश भक्त (सेवानिवृत जिला शिक्षा कार्यक्रम एवं वरिष्ठ साहित्यकार) , श्री निखिल रंजन (प्राचार्य VVRS परोरा ,पूर्णिया) ,श्री एस० एल० वर्मा (प्राचार्य पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया ) संस्कृत प्राध्यापिका श्रीमती निरुपमा राय , प्रो सुरेंद शोषण (आर के के कॉलेज ), डॉ कमल किशोर चौधरी (वरिष्ठ साहित्यकार), श्री यमुना प्रसाद बसाक (वरिष्ठ साहित्यकार ), श्री गिरीश कुमार सिंह (पूर्व प्राचार्य VNC कॉलेज धमदाहा) श्री महेश विद्रोही (वरिष्ठ साहित्यकार ) एवं संजय सनातन ने अपने अपने व्याख्यान दिए ।



लेखकीय उद्बोधन में कवि रंजित तिवारी ने कविता- संग्रह संदर्भित मनोभाव व्यक्त किए । श्री विजय नंदन प्रसाद द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन और गोविंद जी (वरिष्ठ रंगकर्मी ) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ गोविंद जी के ही संचालन में कवि गोष्ठी आरंभ हुआ, डॉ निरुपमा राय, दिव्या त्रिवेदी, अंजू दास गीतांजलि, नीतू रानी, शम्स तबरेज सालेहपुरी, दिनकर दीवाना , युवा कवि हरे कृष्ण प्रकाश, महेश विद्रोही, संजय सनातन, श्री गिरीश सिंह, श्री यमुना प्रसाद बसाक, श्री पाठक, श्री राम नरेश भक्त, श्री विजय नंदन प्रसाद, श्री शंभु कुशाग्र जी के साथ साथ कवि रंजित तिवारी ने अपनी अपनी रचना पाठ से कार्यक्रम को यादगार बना दिए । मौके पर कवि -पत्नी श्रीमती अपर्णा राज राव ने अपने वक्तव्य में शुभकामनाएं व्यक्त की एवं पुत्र अक्षत सौम्यन ने अपनी छोटी सी कविता से सबका मन जीत लिया । रचनाकार प्रकाशन ने कवि - पत्नी को शॉल भेंट कर सम्मानित किया ।


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                 धन्यवाद :- साहित्य आजकल टीम 


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